जो तोड़ेगा पिट जायेगा
जो तोड़ेगा पिट जायेगा
(चौपाई)
जो तोड़ेगा पिट जायेगा।
इस दुनिया से मिट जायेगा।।
कभी न तोड़ो कोई प्रतिमा।
सब में देखो शिव की महिमा।।
कण-कण को सम्मानित करना।
सब में शिव का दर्शन करना।।
इसी दृष्टि को विकसित कर चल।
दंडी यात्री बन चल पैदल।।
देव धाम यह सारी धरती।
यही दृष्टि जब रहती चरती।।
शिवमय सारा जग दिखता है।
रामबली कविता लिखता है।।
चलते रह निर्माणी बन कर।
जीते रह कल्याणी बन कर।।
निर्मित करना धर्म कर्म है।
रक्षा करना महा धर्म है।।
विघटन से विनाश होता है।
कभी नहीं विकास होता है।।
विघटन से ल।जो बच कर रहता।
जीवन में वह कभी न पिटता।।
Gunjan Kamal
17-Dec-2022 05:31 PM
शानदार
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Sachin dev
17-Dec-2022 05:20 PM
Well done
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